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Adhik Maas Mahatmya in Marathi विनिर्देशों
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चंद्र कैलेंडर हर तीसरे वर्ष एक अतिरिक्त महीना जोड़ता है
चंद्र कैलेंडर हर तीसरे वर्ष एक अतिरिक्त महीना जोड़ता है। इस अतिरिक्त महीने को विभिन्न नामों से जाना जाता है: आदिक मास, मल मास, पुरुषोत्तम मास, मलिमच। यह चंद्र कैलेंडर का तेरहवाँ महीना (आदिक मास) है।
शास्त्रों के अनुसार, पुरुषोत्तम मास हर तीसरे वर्ष में श्रेष्ठ है। इस महीने में जप, तपस्या और दान करने से अनंत पुण्यों की प्राप्ति होती है। इस महीने में भगवान श्रीकृष्ण, श्रीमद् भागवतगीता, श्रीराम कथा, भगवान विष्णु के पाठ और पूजा की पूजा की जाती है। इस महीने में पूजा करने का अपना महत्व है।
पुरुषोत्तम मास में कथा पढ़ने से भी बहुत लाभ मिलता है। इस महीने में जमीन पर सोना, एक ही समय पर भोजन करना अनंत परिणाम देता है। यह सूर्य के बारह संक्रांति के आधार पर वर्ष में 12 महीने है। पुरुषोत्तम माह हर तीन साल के बाद आता है।